Quantcast
Channel: शाश्वत शिल्प
Viewing all articles
Browse latest Browse all 142

दीये का संकल्प

$
0
0



तिमिर तिरोहित होगा निश्चित
दीये का संकल्प अटल है।

सत् के सम्मुख कब टिक पाया
घोर तमस की कुत्सित चाल,
ज्ञान रश्मियों से बिंध कर ही
हत होता अज्ञान कराल,

झंझावातों के झोंकों से
लौ का ऊर्ध्वगतित्व अचल है।

कितनी विपदाओं से निखरा
दीपक बन मिट्टी का कण-कण,
महत् सृष्टि का उत्स यही है
संदर्शित करता यह क्षण-क्षण,

साँझ समर्पित कर से द्योतित
सूरज का प्रतिरूप अनल है ।


शुभकामनाएँ
-महेन्द्र वर्मा

Viewing all articles
Browse latest Browse all 142

Trending Articles